"यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते, रमन्ते तत्र देवता||"
ऐसा हमारे शास्त्रों में कहा गया है, और साथ में यह भी कहा गया है कि जहां नारियों का सम्मान नहीं होता और जिस समाज में, देश में वो सुरक्षित नहीं है, उसका पतन निश्चित है|और मुझे लग रहा है कि हम पतन की ओर अग्रसर है||
.
.
.
जिस देश की सभ्यता और संस्कृति पर हम आज तक गर्व करते आये है, और सीना ठोककर यह कहते आये कि
"हम भारत के भरत खेलते शेरों की संतान से,
कोई देश नहीं दुनियां में बढकर हिन्दुस्तान से"|
आज उसी देश की नाक काट दी (इज्जत लूट ली) इन कमीनो ने, जब लोग इंसाफ की मांग लेकर पंहुचे राजधानी||
ना तो 'महामहिम' राष्ट्रपति, ना ही इस देश का सबसे ताकतवर व्यक्ति (हमारे संविधान के अनुसार) हमारे 'प्यारे' प्रधानमंत्री महोदय ने दर्शन दिये, ना ही कोई बयान आया| बस छुप के बैठ गये अपने-अपने घरोंदो में, क्योंकि पता है उन्हें कि वो तो सिर्फ कठपुतली है, किसी और के हाथों की||
और कठपुतली चलानेवाली रात को आकर कहती है कि हम कुछ करेंगे, और सोचेंगे| कल सुबह आकर मुझसे मिलो||
हा..... .हा....... हा.... क्या मजाक है|
जबकि अभी कुछ समय पहले जब ये खुद हरियाणा गयी थी तब इनका ही ये बयान था कि 'बलात्कार' तो सारे देश में होते है, उसमें हम कुछ नहीं कर सकते| और इस पर जब बाबा रामदेव ने कहा कि अगर यह तुम्हारे साथ हो जाये तो खांग्रेस समर्थको ने काफी हंगामा किया था|| और आज बात करती है कि हम कुछ करेंगे, कडा कानून बनायेंगे, बहुत बडा मजाक है ये मेरे दोस्तो...........
एक तरफ सपा की श्रीमति जया बच्चन रोती है, उस लडकी से हमदर्दी दिखाती है| और दूसरी तरफ उनकी पार्टी के "श्री" राजा भैया कहते कि "आज के युवाओं को TV पे आने का शौक है, इसलिये ये सब कर रहे है" और तो और यह भी कहते है कि "ऐसी घटनायें तो देश में रोज होती है, तब तो कोई आंदोलन नहीं करता| किसी गरीब की लडकी के साथ ऐसा होता है तो कोई हंगामा नहीं करता|"
अब मुझे एक बात बताओ कि देर से ही सही अगर लोग जाग गये है, तो तेरी .. . का क्या जाता है??
अगर हम अब एक नया कठोर कानून चाहते है, तो तेरी इतनी क्यों जल रही है??
मैं बताऊं "क्यों जल रही है", क्योंकि अगर ऐसा कोई कानून बना तो सबसे पहले ये ही फंसेगा|
तो सारांश यह है कि अब हमें एक नये नेतृत्व की जरूरत है, जो वक्त आने पर मुंह छिपाये नहीं, बल्कि जनता के साथ खडा हो|
जय भारत, जय हिन्द||
_____________ "एक भारतीय"
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें